रायगढ़। निगम क्षेत्र में डेंगू एवं मलेरिया जैसे मच्छर जनित रोगों के नियंत्रण से संबंधित निगम के स्वच्छता सुपरवाइजर, एस एल आर एम सेंटर के स्वच्छता दीदियों को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान सभी स्वच्छता दीदियों, एसएलआरएम सेंटर सुपरवाइजर एवं स्वच्छता सुपरवाइजरों को अपने अपने वार्डों में दिए गए कार्यों को गंभीरता पूर्वक करने के निर्देश दिए गए।
निगम के द्वितीय तल स्थित सभा कक्ष में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन प्रेरक प्रहलाद तिवारी एवं विकास पटेल द्वारा एसएलआरएम सुपरवाइजर, स्वच्छता दीदियों एवं स्वच्छता सुपरवाइजरों को डेंगू मलेरिया जैसे मच्छर जनित रोगों के नियंत्रण संबंधित जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि सभी स्वच्छता दीदियों को डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के दौरान वार्डवासियों के घरों में लगे कूलर, गमले, वाहनों के पुराने टायर, मवेशियों को दाना पानी देने के लिए उपयोग होने वाले कोटना सहित अन्य बर्तन पात्र या समान जिसमें पुराना पानी किसी भी कार्य से भरा हो उसे खाली करने के लिए प्रेरित करना होगा।
इस दौरान स्वच्छता दीदियों, स्वच्छता सुपरवाइजरों को उनके वार्डो में डोर टू डोर जाकर लोगों को डेंगू मलेरिया फैलने की वजह मच्छरों को खत्म करने संबंधित उपाय आदि की पूर्ण जानकारी देनी होगी।
आने वाले समय में स्वास्थ्य विभाग, मितानिन और नगर निगम की टीम द्वारा संयुक्त रूप से संवेदनशील क्षेत्रों सहित पूरे नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में डोर टू डोर भ्रमण किया जाएगा।
इसमें लोगों को स्वच्छता के लिए प्रेरित करने के साथ टेमीफास दवाई का छिड़काव के साथ पानी को खाली करने नियमित समय अंतराल में सफाई करने जागरूक किया जाएगा।
इस दौरान बताया गया कि डेंगू और मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों का लार्वा कूलर, गमले, टायर, कोटना आदि के पुराने जमे हुए पानी में पनपता है।
समय पर पानी को खाली नहीं करने पर यह लार्वा मच्छर का रूप लेकर कटता है और डेंगू फैलाता है। लोगों को इसके लिए जागरूक होना पड़ेगा और घरों में जमे गंदे पानी की नियमित सफाई करनी होगी। इससे ही डेंगू पर नियंत्रण पाया जा सकता है।