Jaipur News In Hindi | जयपुर: राजस्थान कांग्रेस में पिछले साढ़े चार साल से गुटबाजी हावी रही है। कुछ महीनों बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने है। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान की ओर से गुटबाजी खत्म कर, एजुटता का संदेश देने कोशिश जारी है। इसी दिशा में गुरुवार को दिल्ली में प्रदेश के नेताओं की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वर्चुअली मौजूद रहेंगे। वहीं, सचिन पायलट समेत दो दर्जन से अधिक वरिष्ठ कांग्रसी नेता दिल्ली पहुंचे हैं। इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे। बैठक के बाद गहलोत-पायलट के बीच सुलह का फाॅर्मूला भी सामने आ सकता है। हालांकि इस बैठक से ठीक पहले प्रदेश के मंत्री और वरिष्ठ नेताओं के बयान में मुद्दा कुछ और ही है। यहां पढ़ें किसने क्या कहा?
मुद्दा सचिन पायलट का नहीं, चुनाव जीतने का है
दिल्ली में बैठक से पहले प्रदेश से पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि पार्टी में सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच गुटबाजी का कोई मुद्दा है ही नहीं। सभी नेता एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे और कांग्रेस राजस्थान में फिर से सरकार बनाएगी। पायलट को लेकर सुलह के फॉर्मूले पर उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और पूर्व मंत्री और गुजरात प्रभारी रहे डॉ. रघु शर्मा ने साफ इनकार कर दिया। सभी का जवाब था, बैठक आगामी चुनाव की रणनीति को लेकर है, पार्टी में गुटबाजी नहीं है।
बीजेपी में नेता मंच पर माइक छीन लेते हैं-रावत
उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। पूरी पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी। बीजेपी में होड़ मची हुई है। मंच पर भी नेता माइक छीन लेते हैं। बीजेपी में गुटबाजी है।
बैठक में मुद्दा एक ही है, बीजेपी को जवाब देना है- खाचरियावास
कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि कर्नाटक जीता है राजस्थान भी जीत लेंगे। पूरे देश में महंगाई की मार है, बीजेपी मुद्दों से हटकर चुनाव लड़ती है। हमारे साथ राम भी है और काम भी है। चुनाव कांग्रेस जीतेगी और इसे लेकर ही आज बैठक है। हम सब अपनी राय देंगे।
बीजेपी में 9-9 सीएम उम्मीदवार- डॉ. रघु शर्मा
पूर्व चिकित्सा मंत्री और गुजरात प्रभारी रहे डॉ. रघु शर्मा ने दिल्ली में बैठक से पहले कहा कि राजस्थान में बीजेपी के 9 मुख्यमंत्री उम्मीदवार हैं। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एकजुटता से लड़ेगी। सबका एक ही लक्ष्य है चुनाव में जीत।