भोपाल। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने सोमवार शाम को राजधानी में स्थित हमीदिया अस्ताल का औचक निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री के अचानक पहुंचते ही अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। अस्पताल के गेट के पास ही अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुमित टंडन उन्हें लेने पहुंचे।मुख्यमंत्री सबसे पहले ब्लॉक दो में बने स्त्री और प्रसूति रोग विभाग पहुंचे। यहां उन्होंने मरीजों के स्वजनों से मुलाकात कर उनका हालचाल पूछा। एक बच्चे को देखकर मुस्कुराए और उनके बारे में जानकारी ली। उन्होंने शिशु रोग विभाग की व्यवस्थाएं देखीं। पहली, दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल पर बने कई वार्ड में जाकर मरीजों के साथ उनके स्वजनों से बातचीत की। अस्पताल में सुविधाएं बढ़ाने पर भी जोर दिया।सुविधाएं बढ़ाने पर जोर
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि वर्षा काल चल रहा है। वर्षा काल में हमारे जो रेगुलर मरीज आ रहे हैं, वो स्वाभाविक रूप से आएंगे, लेकिन मरीजों को आने में कोई कठिनाई न हो। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमीदिया अस्पताल प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल है, जिसकी अपनी क्षमता 2250 बेड की है। अभी करीब 1850 बेड तैयार है। इनमें करीब 1400 मरीज हैं। हमारा अस्पताल का मैनेजमेंट चल रहा है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि इसमें किसी को कठिनाई नहीं आए। कुछ नए काम की दृष्टि से यहां मेरे पास प्रस्ताव भी आए हैं।
होंगे विकास कार्य
उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीजों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगभग 199 करोड़ रुपए के नए प्रस्ताव आए हैं। इनमें रीजनल इंस्टीट्यूट आफ रेस्पिरेटरी 35 करोड़, सेंटर आफ एक्सीलेंस और आर्थोपेडिक्स 42 करोड़ और कैंसर उपचार के लिए नई मशीनें 30 करोड़ रुपये के प्रस्ताव आए हैं। बोनमेरो सेंटर जल्दी शुरू किया जाएगा। पीजी छात्रों के लिए नया छात्रावास ब्लॉक 20 करोड़ का, एमआरआई सीटी मशीन जल्द ही 20 करोड़ की आने वाली है। नया एकीकृत ओपीडी ब्लॉक 35 करोड़ का ये हाईराइस बिल्डिंग बनेगी, नया यूजी छात्रावास 17 करोड़ का बनेगा।
उन्होंने कहा कि विकास और स्वास्थ्य के मामले में हमारी सरकार बहुत गंभीर है। सरकार द्वारा लगाई जाने वाले राशि का उपयोग सही हो, जिससे जनता के बीच में एक विश्वास बनता है। सरकारी अस्पतालों में जनता का विश्वास भी है। हमारा प्रयास है कि इन सभी कामों में गुणवत्ता और दक्षता के साथ सभी अपनी ड्यूटी करें। उन्होंने कहा कि समय-समय पर निरीक्षण करने से स्वाभाविक रूप से एक विश्वास बनता है। अस्पताल एक ऐसा स्थान है, जहां जनता कष्ट में तुरंत दौड़कर आती है। अस्पताल सुविधाओं की दृष्टि से उचित काम करें।