बता दें कि सीबीआई दिल्ली की टीम ने मध्य प्रदेश में मान्यता के मानकों की धांधली के सिलसिले में नर्सिंग कालेजों की जांच कर रहे सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज को रिश्वत लेने के आरोप में 19 मई को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सीबीआई ने राहुल राज को बर्खास्त कर दिया। पूरे मामले में सीबीआई ने नर्सिंग कॉलेज संचालक और दलाल सहित 14 लोगों को आरोपित बनाया है।
गिरफ्तारी के दो माह पूरा होने के तीन दिन पहले सीबीआई ने मंगलवार 16 जुलाई को विशेष न्यायालय में साढ़े छह हजार पन्ने का चालान प्रस्तुत किया है। जांच एजेंसी को सीबीआई भोपाल में पदस्थ मप्र पुलिस के एक निरीक्षक की पत्नी और आरोपित तनवीर खान के बीच मई में वाट्सएप मैसेज के माध्यम से बातचीत के प्रमाण मिले हैं।
इसमें अधिकारी की पत्नी एक जगह तनवीर से पूछ रही है कि 'सर, खोडियार माता का प्रसाद मिल गया क्या? एक बार आपने लिया था- दूसरा वाला?' इस पर तनवीर ने उत्तर दिया- 'एक बार ही, नो अपडेट अबाउंट सेकंड।'
सीबीआई का मानना है कि यह रिश्वत की राशि के संबंध में बातचीत हुई है। तनवीर इंदौर में एक ऑटो मोबाइल एजेंसी में कर्मचारी था। यह एजेंसी एक नर्सिंग कॉलेज के संचालक की बताई जाती है। रिश्वत की राशि सुरक्षित पहुंचने पर आरोपित वाट्सएप मैसेज में 'सब मंगल हो गया' लिखकर पुष्टि करते थे।
नर्सिंग कॉलेज संचालक राहुल राज को सांकेतिक भाषा में 'बास', नकद राशि को 'अचार' और रिश्वत के लिए 'गुलकंद' कोड वर्ड उपयोग किया जाता था। सीबीआई के आरोप पत्र के अनुसार, मामले में जांच एजेंसी को मिला राहुल राज और एक नर्सिंग कॉलेज संचालक के बीच बातचीत का प्रमाण पहली बार 22 अप्रैल 2024 का है।
आरोपित राहुल राज के भोपाल में प्रोफेसर कालोनी स्थित आवास में मिले रिश्वत के 10 लाख रुपये आकाश नमकीन के पैकेट में मिले, जिसमें इंदौर का पता लिखा था। इसी तरह से सीबीआई में संबद्ध मप्र पुलिस के अधिकारी सुशील कुमार मजोका के पास मिली राशि भी जालाराम नमकीन के पैकेट में थी।