भोपाल। डॉ. मोहन यादव सरकार के मंत्री नागर सिंह चौहान बेहद नाराज हैं। सरकार ने चौहान से वन एवं पर्यावरण विभाग लेकर कांग्रेस से आये रामनिवास रावत को सौंप दिया। इससे नाराज होकर चौहान ने कहा कि उनके पास मात्र अनुसूचित कल्याण विभाग बचा है और मेरे जिले में एससी समाज के लोग नाममात्र के हैं।
ऐसे में मैं मंत्री पद त्याग कर विधायक के रूप में ही अलीराजपुर जिले की सेवा कर सकता हूं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में चौहान कह रहे हैं कि बाहर से लाए व्यक्ति के लिए मूल कार्यकर्ता को अपमानित किया जा रहा है।
अलीराजपुर जिले से विधायक नागर सिंह चौहान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े रहे हैं। 2003 में भाजपा की ओर से पहली बार टिकट मिलने के बाद वे विधायक बने।
मध्य प्रदेश विधानसभा के 2008 और 2013 में हुए चुनाव में भी नागर सिंह चौहान ने जीत हासिल की थी। इस दौरान उनकी मांग पर आलीराजपुर को झाबुआ से अलग कर एक नया जिला बनाया गया था।
2018 में नागर सिंह चौहान विधानसभा चुनाव हार गए थे। इस दौरान वे अलीराजपुर में पार्टी द्वारा दिए दायित्वों को संभालते रहे। 2023 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने फिर उन्हें टिकट दिया और चौहान ने फिर जीत दर्ज की।
दिसंबर 2023 में उन्हें मंत्री बनाया गया था। मध्य प्रदेश में ऐसा पहली बार देखने में आया है जब किसी मंत्री से उसका विभाग लिए जाने के बाद उसने इस तरह की नाराजगी जाहिर की हो।
चौहान को दिल्ली बुलाया, दो घंटे कलेक्टर-पुलिस अधीक्षक ने की बात
नागर सिंह चौहान के मंत्री पद से त्यागपत्र देने की बात कहने से भाजपा में हलचल मची गई। पार्टी नेता सक्रिय हुए और उन्हें दिल्ली का बुलावा आ गया। इसकी पुष्टि स्वयं चौहान ने करते हुए कहा कि वे मंगलवार को भोपाल से होते हुए दिल्ली जाएंगे। यहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित अन्य पदाधिकारियों से उनकी भेंट होगी। उधर, भोपाल में पार्टी नेताओं के अलावा मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव से भी उनकी चर्चा होगी।
कलेक्टर-पुलिस अधीक्षक के साथ दो घंटे चर्चा
चौहान की नाराजगी की खबर लगते ही कलेक्टर अभय अरविंद बेडेकर और पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास मंत्री के आलीराजपुर स्थित आवास पहुंचे। करीब दो घंटे चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार कलेक्टर ने मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव से उनकी बात भी कराई।
कांग्रेस बोली, भाजपा में मची अंतर्कलह का परिणाम
उधर, प्रदेश कांग्रेस ने नागर सिंह चौहान द्वारा मंत्री पद से त्यागपत्र की पेशकश को भाजपा में मची अंतर्कलह का परिणाम बताया है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने कहा कि दलबदलुओं को स्थान देने से भाजपा में कई वर्षों से जमें नेताओं, कार्यकर्ताओं में घुटन और बैचेनी अब स्पष्ट दिखाई दे रही है। इस अंर्तकलह से सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं। जनहित के कार्य प्रभावित हो रहे हैं।